Sunday, November 16, 2014

कैसे कटें ये है तन्हाई?

4.13.2007

कैसे कटें ये है तन्हाई?
हर क्षण याद आपकी आई।
तड़प रहे हम मतलब इसका,
आप भी हमको भुला न पाईं।
ब्लैंक कॉल जब-जब है आती,
खुशी से चौड़ी होती छाती।
गलतफहमी भी कितनी प्यारी,
आप भी हमको याद फरमातीं।

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