अच्छे स्वाथ्य के आधार- भोजन, व्यायाम और नींद
अच्छे स्वास्थ्य की परिभाषा भी प्रत्येक व्यक्ति की भिन्न-भिन्न होती है। पहलवान और अध्यापक के लिये अच्छे स्वास्थ्य के लिये अपने-अपने मानदण्ड अलग-अलग होते हैं। उसी प्रकार अच्छे स्वास्थ्य को बानायें रखने के लिये भी अलग-अलग सुझाव दिये जाते हैं।
अच्छी नींद अच्छे स्वास्थ्य के लिये निःसन्देह आवश्यक है किन्तु यदि कोई व्यक्ति दस घण्टे सोता है तो उसे अच्छा नहीं कहा जा सकता। सोने में अधिक समय बर्बाद करने का आशय अपने कार्यशील जीवन को कम करके अपनी जीवन अवधि को कम करना है। यदि किसी व्यक्ति की शरीर की नींद की आवश्यकता ४ घंटे में पूरी हो जाती है तो उसे अधिक सोकर समय बर्बाद करने का कोई मतलब नहीं बनता। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी के बारे में माना जाता है कि वे केवल ४ घण्टे ही सोते हैं। उनके काम करने के तरीकों और गति से यह स्पष्ट है कि उनके लिये इतनी नींद पर्याप्त है। सामान्यतः स्वस्थ व्यक्ति के लिये ४ से ६ घण्टे की नींद पर्याप्त होती है। यदि किसी को नींद नहीं आती या अधिक नींद आती है, दोनों ही अच्छे स्वास्थ्य के लक्षण नहीं हैं।
नींद ही नहीं भोजन भी स्वास्थ्य के लिये अनिवार्य आवश्यकता है। भोजन की आवश्यकता व्यक्ति के शरीर और उसके काम के आधार पर भिन्न होती है। समय पर भोजन करना व आवश्यकतानुसार भोजन करना अच्छे स्वस्थ्य के लिये आवश्यक है। भूख न लगना या अधिक भूख लगना भी अच्छे स्वास्थ्य के लक्षणों में नहीं आता। अतः सन्तुलित आहार ही अच्छे स्वास्थ्य की निशानी भी है और आवश्यकता भी।
व्यायाम या EXERCISE प्रत्येक प्राणी के लिये आवश्यक है। इस बात पर सामान्यतः सर्व स्वीकृति हो जाती है, किन्तु व्यायाम की मात्रा और आवश्यकता भी वैयक्तिक भिन्नता के आधार पर भिन्न-भिन्न होती है। लोगों के तर्क भी भिन्न-भिन्न होते हैं। इस सन्दर्भ में मैं अपने बेटे दिवाकर गौड़ के तर्क का उल्लेख करना चाहता हूं, उससे जब भी अधिक पौष्टिक खाने और व्यायाम करने के लिये कहा जाता है, उसका तर्क होता है "पहले अधिक खाकर अधिक कैलोरी शरीर में ले जाओ और फ़िर कैलोरी बर्न करने के लिये पसीना बहाओ, का क्या मतलब है? केवल उतना ही खाओ, जितने की शरीर को आवश्यकता है, फ़िर आपको कैलोरी बर्न करने के लिये व्यायाम की कोई आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।" मैं आज तक उसके तर्क से सहमत नहीं हो पाया हूं किन्तु उसका तर्क विचारणीय अवश्य लगता है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिये केवल भोजन, व्यायाम और नींद के पर विचार करना ही पर्याप्त नहीं है, किन्तु ये पहलू स्वस्थ्य रहने के लिये अत्यन्त आवश्यक है और अच्छे स्वास्थ्य की निशानी भी हैं। अतः अन्य पहलुओं पर सावधान रहते हुये इन पहलुओं पर व्यक्ति को पर्याप्त ध्यान देना चाहिये।