tag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.comments2024-02-23T08:21:33.505+05:30डा. राष्ट्रप्रेमीडा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमीhttp://www.blogger.com/profile/01543979454501911329noreply@blogger.comBlogger139125tag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-27017852826169875792022-04-08T13:37:25.752+05:302022-04-08T13:37:25.752+05:30बहुत सुंदरबहुत सुंदरOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-57718469281030484142022-04-07T20:42:49.254+05:302022-04-07T20:42:49.254+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार(०८-०४ -२०२२ ) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />''उसकी हँसी(चर्चा अंक-४३९४)</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-42764962577825450632021-10-07T22:10:54.146+05:302021-10-07T22:10:54.146+05:30मेरी कविता को प्रकाशित करने के लिए आपका बोहोत बोहो...मेरी कविता को प्रकाशित करने के लिए आपका बोहोत बोहोत धन्यवाद सरAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/07275227472623619236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-84176638655237312992021-07-11T12:08:53.650+05:302021-07-11T12:08:53.650+05:30वाह,बहुत सुंदर।वाह,बहुत सुंदर।शिवम कुमार पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/04835045259840214933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-11374668674737594312021-06-17T07:22:20.639+05:302021-06-17T07:22:20.639+05:30आपकी कविता,धोके ,छ्ल ,कपट को उजागर करती है | मैने ...आपकी कविता,धोके ,छ्ल ,कपट को उजागर करती है | मैने कई कविताओं में कुछ ऐसा ही देखा है मेरे अनुभव से जो समझ आया है की हमें कोई धोखा नही दें सकता जब तक हम खुद धोखा खाने के लिए तैयार नही होते और ऐसा कब होता है जब हम किसी ना सुनकर अपने मन कु सुनते है | सबको पता है मन बड़ा चंचल होता है इसलिए हर वक्त मन की करें तो कोई भी आसानी से धोखे एवं छ्ल का शिकार हो जाएगा | नीलमhttps://www.blogger.com/profile/17249497571918428498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-43286609984394942372021-03-14T12:16:27.327+05:302021-03-14T12:16:27.327+05:30सुन्दर सृजन - -सुन्दर सृजन - -Shantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttps://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-58280482059973969842021-03-14T06:30:01.558+05:302021-03-14T06:30:01.558+05:30कविता में अभिव्यक्त विचार स्तुत्य हैं । शुभकामनाएं...कविता में अभिव्यक्त विचार स्तुत्य हैं । शुभकामनाएं ।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-33932760264642012192021-03-13T20:51:16.067+05:302021-03-13T20:51:16.067+05:30सुंदर सार्थक सृजन।
नारी के उद्गार।सुंदर सार्थक सृजन।<br />नारी के उद्गार।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-64847327078682563802021-03-13T11:07:33.522+05:302021-03-13T11:07:33.522+05:30बस सहयोग की अभिलाषा
नारी के मन में नई आशा
सुंदर ...बस सहयोग की अभिलाषा <br />नारी के मन में नई आशा <br />सुंदर रचना संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-21590310366451650202021-03-13T11:06:27.551+05:302021-03-13T11:06:27.551+05:30बस सहयोग की अभिलाषा
नारी के मन में एक नई आशा ।
सू...बस सहयोग की अभिलाषा <br />नारी के मन में एक नई आशा ।<br />सूबेदार रचना संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-20486420701403275782021-03-13T08:23:35.314+05:302021-03-13T08:23:35.314+05:30सुन्दर प्रस्तुतिसुन्दर प्रस्तुतिआलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-35848951116813919282021-03-13T06:11:47.805+05:302021-03-13T06:11:47.805+05:30रचना का शीर्षक पूरी रचना पर छाया हुआ है...बहुत सुन...रचना का शीर्षक पूरी रचना पर छाया हुआ है...बहुत सुन्दर.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-26040187383394677252021-03-12T21:00:07.475+05:302021-03-12T21:00:07.475+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार(१३-०३-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow">'क्या भूलूँ - क्या याद करूँ'(चर्चा अंक- ४००४)</a> पर भी होगी।<br /><br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />--<br />अनीता सैनी अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-81291971328304665742021-03-12T20:59:50.389+05:302021-03-12T20:59:50.389+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार(१३-०३-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow">'क्या भूलूँ - क्या याद करूँ'(चर्चा अंक- ४००४)</a> पर भी होगी।<br /><br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />--<br />अनीता सैनी अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-21934743789620290992020-07-26T21:54:09.400+05:302020-07-26T21:54:09.400+05:30वाह !निशब्द।
सादर वाह !निशब्द।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-34324336677619815742020-05-05T07:57:05.493+05:302020-05-05T07:57:05.493+05:30क्या इतना तज के समाज में रहा जा सकता है?क्या इतना तज के समाज में रहा जा सकता है?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-50862149024099728492020-05-01T19:52:48.492+05:302020-05-01T19:52:48.492+05:30नारी का अति सुंदर चित्रण
शब्दों का चयन मधुर एवं क...नारी का अति सुंदर चित्रण <br />शब्दों का चयन मधुर एवं कर्णप्रिय <br />नीलमhttps://www.blogger.com/profile/17249497571918428498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-33464438771551529202020-05-01T19:52:46.575+05:302020-05-01T19:52:46.575+05:30नारी का अति सुंदर चित्रण
शब्दों का चयन मधुर एवं क...नारी का अति सुंदर चित्रण <br />शब्दों का चयन मधुर एवं कर्णप्रिय <br />नीलमhttps://www.blogger.com/profile/17249497571918428498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-54369137565862167202017-07-25T14:54:09.221+05:302017-07-25T14:54:09.221+05:30आप इसका अपनी पुस्तक में प्रयोग प्रसन्नता के साथ कर...आप इसका अपनी पुस्तक में प्रयोग प्रसन्नता के साथ करिये, साथ में कवि का नाम होना चाहिये। पुस्तक की प्रति मेरे पास भेजना उचित रहेगा।<br />डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमीhttps://www.blogger.com/profile/01543979454501911329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-12303621333358233602017-06-09T22:27:15.821+05:302017-06-09T22:27:15.821+05:30अतिउत्तम
"नारी को समानता के आकर्षक झूंठ में न...अतिउत्तम<br />"नारी को समानता के आकर्षक झूंठ में न फंसकर अपना व अपने प्राकृतिक घटक पुरूष का नैसर्गिक विकास सुनि्श्चित करना चाहिए और यही काम पुरूष को भी सुनिश्चित करना चाहिए। न तो पुरूष को स्त्री बनने की आवश्यकता है और न ही स्त्री को पुरूष। स्त्री, स्त्री रहे और पुरूष, पुरूष। यही दोनों के आनन्द का आधार है। दोनों एक-दूसरे के प्रतिस्पर्द्धी बनने के प्रयत्न न करके एक-दूसरे के पूरक बनकर जीवन को आनन्दपूर्ण व संसार को स्वर्गिक आभा से परिपूर्ण बना सकते हैं और उन्हें ऐसा करना चाहिए।"Rameshchandra Padhiarhttps://www.blogger.com/profile/12592735341190515566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-55984703811226987012017-01-21T15:14:05.499+05:302017-01-21T15:14:05.499+05:30अतिउत्तम
अतिउत्तम<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15664865981469662585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-60614393848798981682015-12-07T05:22:22.965+05:302015-12-07T05:22:22.965+05:30आप किसी की इजाजत की भीख क्यों मांग रहे हैं? रामप्र...आप किसी की इजाजत की भीख क्यों मांग रहे हैं? रामप्रीत जी! आप एक स्वतन्त्र सत्ता हैं आप किसी से सुविधायें मत मांगिये और आपको इजाजत मागने की भी आवश्यकता नहीं है!डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमीhttps://www.blogger.com/profile/01543979454501911329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-19846689077419546352015-11-28T17:00:54.709+05:302015-11-28T17:00:54.709+05:30एक एक शब्द दिल में दबी मोह को जगा जाते है ,
ऐसा लग...एक एक शब्द दिल में दबी मोह को जगा जाते है ,<br />ऐसा लगता है अपने दिल की आवाज़ को खुल कर ,<br />सामने रखा है .<br />हम तो केवल आपके हैं, आप कहें, हम जायें कहाँ पर?<br />ये पंक्ति बहुत अच्छी बन पड़ी है <br /><br />नीलमhttps://www.blogger.com/profile/17249497571918428498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-20505203362414262152015-11-28T16:48:49.834+05:302015-11-28T16:48:49.834+05:30ये आश भी बस अजीब है प्रिय .
हटाने से भी जाती नहीं ...ये आश भी बस अजीब है प्रिय .<br />हटाने से भी जाती नहीं ,<br />बार बार तंग करने चली आती है .<br />दिल के किसी कोने में ,<br />अमर बेल की तरह लिपट जाती है .<br />दबी यादों को झंझोर कर कह जाती है ,<br />फिर से मैं वही आश हूँ.<br />पुकार लोगे बस फिर एक बार नीलमhttps://www.blogger.com/profile/17249497571918428498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6795534918997465128.post-45871198402709429332015-11-21T14:36:44.812+05:302015-11-21T14:36:44.812+05:30साधारण से दिखने वाले शब्द कब भीतर गहराई तक आत्मा क...साधारण से दिखने वाले शब्द कब भीतर गहराई तक आत्मा को झंझोर देते है पता ही नहीं चलता है <br />रौशनीनीलमhttps://www.blogger.com/profile/17249497571918428498noreply@blogger.com