आपकी खातिर सबको छोड़ा, आप छोड़ेगीं कहाँ जायेंगे।
हम तो केवल आपको जाने, जहाँ कहोगी, वहाँ जायेंगे।
अधरामृत बस हमें पिला दो, मरते हुए भी जी जायेंगे।
जैसे चाहो वैसा रखना, आप जहाँ रखोगी, रह जायेंगे।
आप ही ने राह दिखाई, शक्ति आप ही बनी हमारी।
पल-पल ही हो शक्ति देतीं, गलत जहाँ, राह सुधारी।
दूर पड़ी हो यह मजबूरी, कभी आपकी, कभी हमारी।
हम तो आते पास आपके, गर्दन काटो ले के दुधारी।
हम तो केवल आपको जाने, जहाँ कहोगी, वहाँ जायेंगे।
अधरामृत बस हमें पिला दो, मरते हुए भी जी जायेंगे।
जैसे चाहो वैसा रखना, आप जहाँ रखोगी, रह जायेंगे।
आप ही ने राह दिखाई, शक्ति आप ही बनी हमारी।
पल-पल ही हो शक्ति देतीं, गलत जहाँ, राह सुधारी।
दूर पड़ी हो यह मजबूरी, कभी आपकी, कभी हमारी।
हम तो आते पास आपके, गर्दन काटो ले के दुधारी।
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