Saturday, July 1, 2017

"दहेज के बिना शादी के संकल्प का परिणाम-५"

अपने चिन्तन के अनुरूप मनोज ने अपने प्रोफाइल में अपने गत जीवन, अपने कार्य व अपनी अपेक्षाओं को एक दम स्पष्ट रूप से अंकित किया था, जिनमें से कुछ उदाहरण के लिए यहाँ दी जा रही हैं- 
1. वह एक दम सादा जीवन जीने का आदी है। अतः उसे ऐसी जीवन संगिनी चाहिए, जो साधारण व सादा जीवन जीने और सादा जीवन व उच्च विचारों के अनुसार कर्तव्य निर्वहन में विश्वास रखती हो।
2. वह सामाजिक कार्यो में रूचि लेता है और अपने द्वारा कमाए हुए धन को अपने या अपने परिवार के शौक या प्रदर्शन की अपेक्षा भूखे को रोटी और अशिक्षित को शिक्षा दिलाने में खर्च करने में विश्वास रखता है। अतः कोई भी महिला जिसे मँहगे वस्त्रों या आभूषणों का शौक हो उससे सम्पर्क न करे।
3. वह किसी भी स्थिति में झूठ बर्दाश्त नहीं कर सकता। अतः कोई भी ऐसी महिला उससे सम्पर्क न करे जो सच कहने में कठिनाई महसूस करती हो। कथनी और करनी में भिन्नता होने पर शादी चलना असंभव होगा।
4. उसे केवल अपने लिए पत्नी की ही नहीं अपने बेटे के लिए अच्छी माँ की जरूरत है, जो उसके बेटे को अपने बेटे का प्यार व देखभाल दे सके।
5. मनोज ने स्पष्ट लिखा था कि वह अपने माता-पिता की सम्मानपूर्वक देखभाल व सेवा करना चाहता है। अतः उसके इस कार्य में सहयोग करने वाली महिला ही उसके प्रोफाइल पर अपनी रूचि दिखाये या उसकी रूचि को स्वीकार करे।
6. मनोज ने विनम्रता पूर्वक लिखा था कि उसके प्रोफाइल में रूचि अभिव्यक्त करने वाली महिला या उसकी रूचि को स्वीकार करने वाली महिला कोई भी महत्वपूर्ण बात उससे न छिपाये और न ही किसी प्रकार का झूठ बोले। झूठ पर आधारित शादी एक दिन भी चल नहीं पायेगी और दोनों पक्षों को मानसिक यंत्रणा से गुजरना पड़ेगा।
7. मनोज ने स्पष्ट लिखा था कि वह दहेज व प्रदर्शन का विरोधी है। वह न तो शादी में कुछ खर्च करेगा और न ही दूसरे पक्ष द्वारा खर्च किया जाना स्वीकार करेगा। अतः वह शादी में किसी भी प्रकार की कोई वस्तु या धन स्वीकार नहीं करेगा। परंपरा के नाम पर एक रूपया भी स्वीकार करना उसके लिए संभव नही होगा। यहाँ तक कि वह अपने लिए कोई वस्त्र तक स्वीकार नहीं करेगा और न ही होने वाली पत्नी अपने साथ अपने व्यक्तिगत वस्तुओं के अतिरिक्त कुछ लेकर आयेगी।
8. मनोज ने अपने प्रोफाइल पर स्पष्ट लिखा था कि वह जन्म के आधार पर जाति व्यवस्था स्वीकार नहीं करता किन्तु कर्म और जीवन मूल्यों के आधार पर वह ब्राह्मण है और उसी प्रकार के जीवन मूल्यों को स्वीकार व जीने वाली जीवन संगिनी के साथ वह अपना जीवन बिताना पसंद करेगा।
9. उसने स्पष्ट लिखा था कि उसके यहाँ सादा व सात्विक जीवन ही मिलेगा। यहाँ तक कि उसके रसोई में प्याज, लहसुन या चाय का प्रयोग भी नहीं होता। खान-पान व आचार विचारों में सात्विकता उसकी जीवनसंगिनी के लिए अनिवार्य शर्त है। अतः केवल सादा जीवन जीने वाली महिला ही उससे सम्पर्क करें। किसी भी प्रकार का गैर सात्विक भोजन न वह करता है और न ही उसके बेटे या पत्नी को करना चाहिए।

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