Saturday, June 6, 2015

आमन्त्रण हैं जीवन रथ में

सुख की सेजों का साधक





हम जिस पथ के राही हैं, साथ न कोई चल पायेगा।

सुख की सेजों का साधक, साथ  हमारे क्या गायेगा?

मजबूरी का जीवन जीना,

झूठ बोल कर सच को पीना

भूत को रहस्य बनाकर साथी,

भावी पथ विश्वास कभी ना।

अच्छा कर्म करे ना भाई, फिर क्यों अच्छा दिखलाएगा?

सुख की सेजों का साधक, साथ  हमारे क्या गायेगा?

जग से कुछ भी नहीं छिपाया

जो भोगा है वही  है  गाया।

प्रेम पथ के पथिक नहीं हम,

राष्ट्रप्रेमी ने कर्तव्य  निभाया।

सच्चा साथी खोज रहे थे, कभी नहीं वह मिल पाएगा।

सुख की सेजों का साधक, साथ  हमारे क्या गायेगा?

कर्मठ व्यक्ति कर्म करें बस,

जैसा है स्वीकार करें बस।

अच्छा लगने की क्यूँ चिंता?

अच्छा केवल कर्म करें बस।

करना है जो आज करो अब, कल तो कभी नहीं आएगा।

सुख की सेजों का साधक, साथ  हमारे क्या गायेगा?

हमको तो चलना है पथ में,

आमन्त्रण हैं जीवन रथ में।

साथ चलो तो खुशी मिलेगी,

रूकेंगे नहीं, इस पनघट में।

आलस्य त्याग कर साथ चलो, चलते-चलते पथ आएगा।

सुख की सेजों का साधक, साथ  हमारे क्या गायेगा?

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