“दिल की टेढ़ी-मेढ़ी राहें”
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रोहन एक सफल व्यवसायी था, जो अपने काम में इतना व्यस्त था कि उसे अपने जीवन
में प्रेम की कमी महसूस नहीं होती थी। प्रेम तो क्या रोहन के पास सुख-दुख की
अनुभूति ...
1 week ago

राष्ट्रप्रेमी जी !
ReplyDeleteमेरे मन की बात कह दी आपने ! हम रोज ही बड़ी अच्छी अच्छी बातें करते है, पर स्टेज से उतारते ही कुछ याद नही रहता ! आप ने संक्षिप्त में ही सब कुछ कह दिया पर कौन पढता है आजकल यह सब .....
सादर !