प्रेम की है भूख सबको,
प्रेम ना मिलता किसी को,
प्रेम को सौदा बना के,
पाना जब चाहते किसी को,
प्रेम तो सद्भावना है
प्रेम तो बस कामना है
प्रेम तो बस इतना सिखाता,
संकटों में हाथ थामना है।
प्रेम ना मिलता किसी को,
प्रेम को सौदा बना के,
पाना जब चाहते किसी को,
प्रेम तो सद्भावना है
प्रेम तो बस कामना है
प्रेम तो बस इतना सिखाता,
संकटों में हाथ थामना है।
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