मना करने पर पास था आता।
साथ में ही था वो सो पाता।
हाथ से मेरे, दूध था पीता,
वरना भूखा था सो जाता।
अकेले का अभ्यास हो गया।
बेटा! अब है बड़ा हो गया।
डाॅटा, डपटा, मारा-पीटा।
दूध पिलाया, खिलाया पपीता।
अपनी, उसकी, इच्छा मारी,
चाहा था, बने ज्ञान की गीता।
इंटरनेट से विद्वान हो गया।
बेटा! अब है बड़ा हो गया।
मोबाइल ही सार हो गया।
लेपटाॅप से प्यार हो गया।
साथ न उसको भाता है अब,
लगता वह वीतराग हो गया।
अपने पैरों खड़ा हो गया।
बेटा! अब है बड़ा हो गया।
संयम का अभ्यास कर रहा।
बचपन बीता, चाव मर रहा।
स्वस्थ रहे बस, यही चाह है,
जग को दे जो, अभी ले रहा।
अपने आगे खड़ा हो गया।
बेटा! अब है बड़ा हो गया।
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