Sunday, July 27, 2008

हमसे दिल न लगाना तुम दिल के टुकड़े हो जायें।

मुस्कान लुटाएं
हम राह के पक्षी है,जाने किधर को उड़ जायें।
हमसे दिल न लगाना तुम दिल के टुकड़े हो जायें।
अपरिचित दोंनो परिचित हो गये
रंगरीले ख्वावों में खो गये
बिताने को मिलकर के ,
प्रेम भरे गाने कुछ गायें।
हम राह के पक्षी है,जाने किधर को उड़ जायें।
हमसे दिल न लगाना तुम दिल के टुकड़े हो जायें।
हम राही से एक हो गये
दिल दोंनो मिल सुखी हो गये
अगले चौराहे से ही तो
अलग-अलग रस्ते हो जायें।
हम राह के पक्षी है,जाने किधर को उड़ जायें।
हमसे दिल न लगाना तुम दिल के टुकड़े हो जायें।
पथ बदले और पथिक भी बदले,
दुनियां के सब प्राणी बदले
अपनी-अपनी राहों पर
सबको मुस्कान लुटायें।
हम राह के पक्षी है,जाने किधर को उड़ जायें।
हमसे दिल न लगाना तुम दिल के टुकड़े हो जायें।

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