Saturday, June 1, 2024

प्रेम है सबसे अच्छी पूजा

और कोई अरदास नहीं है

                                              

प्रेम नहीं है कोई सौदा, बदले में कोई आश नहीं है।

प्रेम है सबसे अच्छी पूजा, और कोई अरदास नहीं है।।

पथ पर आगे बढ़ते जाओ।

प्रसन्न रहो, सदा मुस्काओ।

निराश कभी ना होना तुम प्रिय, 

जब तुम कभी, चाहत ना पाओ।

जरूरतें हीं, पूरी होतीं, आता सब कुछ पास नहीं है।

प्रेम है सबसे अच्छी पूजा, और कोई अरदास नहीं है।।

तुम्हारे लिए थे, कुछ पल ठहरे।

डूब रहे अब, जल में गहरे।

तुमको तुम्हारा मिले किनारा,

नहीं लगाएंगे हम पहरे।

जो चाहो, कर्म से पाओ, हमारे पास अब खास नहीं है।

प्रेम है सबसे अच्छी पूजा, और कोई अरदास नहीं है।।

तुमको मिल जाए, प्रेम तुम्हारा।

मजबूत बनो, चाहो न सहारा।

पथ में बाधक, नहीं बनेंगे,

तुम्हें मुबारक, पथ हो तुम्हारा।

भाव! अभी भी बाकी हैं कुछ, जीवित, अब भी लाश नहीं हैं।

प्रेम है सबसे अच्छी पूजा, और कोई अरदास नहीं है।।


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