राष्ट्रीय शिक्षा नीति का, एक ही है मन्तव।
शिक्षित हों सब नागरिक, सब पहुंचे गन्तव्य॥१॥
गुणवत्ता की दौड़ में, शिक्षा करे सहाय।
कुशल, समर्थ, सक्षम बन, सब मिल करें उपाय॥२॥
पांच वर्ष आधार बन, तीन में हों तैयार।
तीन वर्ष का मध्य है, चार माध्यमिक पार।।३॥
साक्षरता संख्यांक से, निर्मित हो आधार।
कुशल और सक्षम बनें, विकसित कारोबार॥४॥
शिक्षक कुशल सक्षम बनें, विकसित हों संस्थान।
विद्यार्थी हो केन्द्र में, विश्व गुरु का मान॥५॥
नर-नारी में भेद ना, समावेश है नीक।
साथ-साथ सब मिल बढ़ें, कदम-कदम है सीख॥६॥
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