मेरा असल क्या है?
दीपक मेहरा
मेरा असल क्या है?
मेरी नकल कया होगी?
लोग मूझे देखते है और बोलते है
कि इसमे अक्ल क्य़ा होगी?
मैं चूप हूँ लोगों के
मुददे और विचारो को देखकर
वो चेहरे पर चेहरे लगाये फिरते है
उनकी शक्ल क्या होगी?
मेरे सामने आने की हिम्मत नही है उनमे
जो करते ह बात पीठ पीछे
मूझे नीचा दिखाने की
अब उन बे-अक्लो की अक्ल
इससे बे-अक्ल क्या होगी?
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