"मुझे संसार से मधुर व्यवहार करने का समय नहीं है, मधुर बनने का प्रत्येक प्रयत्न मुझे कपटी बनाता है." -विवेकानन्द
मन्दिर
चुनाव का समय,
निकट आया
परिषद को राम नाम भाया
कुछ भी हो
वह राम नाम जाप करायेगी
वोट बैंक बढ़ायेगी
राष्ट्र रहे न रहे
मन्दिर वहीं बनायेगी।
बहुत सुंदर ! निम्न लिंक को अवश्य देखें शायद आप पसंद करें !http://satish-saxena.blogspot.com/2008/05/blog-post_25.html
आप यहां पधारे धन्यवाद. अपने आगमन की निशानी के रूप में अपनी टिप्पणी छोड़े, ब्लोग के बारे में अपने विचारों से अवगत करावें.
बहुत सुंदर ! निम्न लिंक को अवश्य देखें शायद आप पसंद करें !
ReplyDeletehttp://satish-saxena.blogspot.com/2008/05/blog-post_25.html